साइखोम मीराबाई चानू जीवन परिचय, Tokyo ओलिंपिक में भारत को रजत पदक, कॉमन वैल्थ स्वर्ण पदक विजेता, (Saikhom Mirabai Chanu Biography Hindi) [Won Medal in Tokyo Olympic, 49 kg Category ) (Weightlifting, State, Coach, religion, net worth, family)
मीराबाई चानू एक भारतीय वेटलिफ्टर है जिन्हें हाल ही में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा खेल रत्न अवॉर्ड द्वारा सम्मानित किया गया है. इसी के साथ मीराबाई उन दो लोगों में शामिल हो गई हैं जिन्हें वर्ष 2018 में देश का सबसे बड़ा खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड दिया गया.
मीराबाई चानू एक भारतीय खिलाड़ी है जिन्होंने हाल ही में कॉमन वेल्थ गेम्स में इंडिया को वेटलिफ्टिंग में पहला गोल्ड मैडल दिलवाकर गौरवान्वित किया है. इस दौरान मीराबाई ने 6 लिफ्टिंग में 6 रिकॉर्ड तोड़े और महिलाओं की वेटलिफ्टिंग में 48 किलोग्राम में पहला स्थान हासिल किया.

हाल ही में टोक्यो में चल रहे ओलंपिक में इंडिया को पहला मेडल दिलाया है। मीराबाई चानू ने 202 किलो का वजन उठाकर सिल्वर मेडल अपने नाम किया है। आप लोगों को यह जानकर हैरानी होगी कि भारत को वेटलिफ्टिंग ओलंपिक मेडल पूरे 21 साल के बाद मिला है मीराबाई ने महिलाओं की वेटलिफ्टिंग में 48 किलोग्राम में पहला स्थान हासिल कर लिया है। ओलिंपिक में नीरज चोपड़ा ने भी भारत को गोल्ड जीत के दिलाया था।
इसी साल भारत सरकार ने भी इन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया है, जो कि एक बहुत बड़ा सम्मान है. मीराबाई इंडिया में मणिपुर की रहने वाली है. इनके विभिन्न प्रतियोगितओं में प्रदर्शन को देखते हुए इंडिया को इनसे आगे भी कई उम्मीदें है
साइखोम मीराबाई चानू का जीवन परिचय | Mirabai chanu kaun hai biography in hindi
Name | मीराबाई चानू |
पुरा नाम Full Name | साइखोम मीराबाई चानू |
जन्म तारीक Date of Birth | 8/8/1994 |
उम्र Age | 24 साल |
रहवासी Residence | मणिपुर |
नागरिकता Nationality | भारतीय |
धर्म Religion | हिंदू |
जाति Caste | NA |
पेशा Occuption | खिलाड़ी |
खेल Game | वेट लिफ्टिंग |
वर्ग | 48 किलोग्राम |
शारीरिक बनावट Physical Status | |
लम्बाई Hight | 4 फिट 11 इंच |
वजन Weight | 48 किलोग्राम |
रंग Colour | गोरा |
आँखों का कलर | काला |
कुल मैडल Total Medal | |
गोल्ड Gold | 2 |
सिल्वर Silver | 1 |
कोच Coach | कुंजरानी देवी |
कौन है मीराबाई चानू
हर एक सफल इन्सान की कहानी के पीछे बहुत सी विफलताओं की सीख और संघर्ष की दास्ताँ होती हैं. 49 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल जीतने वाले मीराबाई का जीवन अभावों में शुरू और संघर्ष के बीच बड़ी हुई. महज 27 वर्षीय मीराबाई चानू 2016 के रियो ओलम्पिक में ‘डिड नॉट फिनिश’ के साथ बाहर हो गई थी.
एक बार भी ठीक तरह से वेट लिफ्ट न कर पाने के कारण उन्हें इतने बड़े टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा था. देशवासियों को चानू से बहुत उम्मीदे थी. विफलता और लोगों का भरोसा पूरा न कर पाने की कसक के चलते यह लम्बे समय तक डिप्रेशन में चली गई. लिफ्टिंग को छोड़ने का ईरादा भी कर दिया.
मगर लम्बे वक्त बाद चानू हार के उस गम से उभरी तो एक से एक नई कहानी लिखने लगी. वेट लिफ्टिंग के सारे कारनामे कर डाले, जिस भी प्रतियोगिता में मीराबाई ने भाग लिया, न केवल मेडल जीता बल्कि एक नया कीर्तिमान भी तय किया और आज वही चानू 5 साल बाद ओलम्पिक सिल्वर मेडलिस्ट बनकर देश की आँखों का तारा बनी हुई हैं, प्रधानमंत्री जी ने स्वयं उनसे फोन पर बात कर उन्हें बधाई दी थी.
मीराबाई चानू परिवार (family)
मीराबाई चानू एक मध्यम परिवार से ताल्लुक रखती हैं इनकी माता जी एक ग्रहणी होने के साथ-साथ एक दुकानदार है जिनका नाम साइकोहं ऊँगबी तोम्बी लीमा है। इनके पिता पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट में काम करते हैं जिनका नाम साइकोहं कृति मैतेई है। मीराबाई चानू बचपन से ही काफी एक्टिव रही है और वेट लिफ्टिंग की तरफ आकर्षित रही हैं बचपन से ही वह भारी वस्तु को उठाकर वेटलिफ्टिंग की प्रेक्टिस किया करती थी।
मीराबाई चानू जन्म और प्रारंभिक जीवन (Mirabai Chanu Life History)
मीराबाई चानू का जन्म 8 अगस्त 1994 को मणिपुर के इंफाल से 20 किमी दूर नोंगपोक काकचिंग गांव में हुआ था. मीराबाई अपने 6 भाई बहनों में सबसे छोटी है. इनका परिवार आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है. आर्थिक रूप से सक्षम न होने का कारण मीरा बाई को अपने भाई सैखोम सांतोम्बा मीतेई के साथ पहाड़ों पर लकड़ी बीनने के लिए जाना पड़ता था. इस दौरान मीरा बाई की उम्र सिर्फ 12 वर्ष थी. इनकी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव में ही पूरी हुई.
मीराबाई चानू के कोच (Mirabai Chanu Coach)
कुंजारानी देवी मीराबाई की कोच है. कुंजारानी देवी स्वयं एक वेटलिफ्टिंग की खिलाड़ी रहे चुकी है.
साइखोम मीराबाई चानू वर्ल्ड रिकार्ड्स (Mirabai Chanu World Records)
मीराबाई ने मात्र 24 वर्ष की उम्र में कई रिकॉर्ड अपने नाम किये है जिसकी जानकारी नीचे दी गई है.
- मीराबाई एक महिला वेट लिफ्टर है, जिन्होंने साल 2017 में हुई वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में 48 किलोग्राम वर्ग में गोल्ड मैडल हासिल किया था. इसके पहले साल 2014 में भी इन्होने ग्लासगो में संपन्न हुए कॉमन वेल्थ गेम्स में भी 48 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मैडल जीता था.
- इस वर्ष 2018 में भी इन्होने कॉमन वेल्थ गेम्स में गोल्ड हासिल कर इंडिया को पहला गोल्ड दिलवाया. यह गोल्ड भी महिलाओं की 48 किलोग्राम वेट लिफ्टिंग में है.
- मीराबाई का चयन 2016 में संपन्न रिओ ओलिंपिक में भी हुआ था, परंतु दुर्भाग्यवश वे इस दौरान इंडिया के लिए कोइ मैडल नहीं ला पाई थी .
- इन्होने साल 2016 में गुवाहाटी में संपन्न हुए बारहवे साउथ एशियन गेम्स में भी गोल्ड मैडल हासिल किया था.
- सम्मान : खेलों में इनके बेहतर प्रदर्शन और लगन के चलते मणिपुर के मुख्यमंत्री ने भी इन्हें 20 लाख की राशि प्रदान की थी. और अपने प्रदर्शन से इन्होने अपना, मणिपुर और इंडिया का नाम रोशन किया.
मीरा बाई के अलावा आज सुबह गुरुराजा ने भी वेटलिफ्टिंग में सिल्वर मैडल हासिल कर भारत का नाम रोशन किया. इस वर्ष साल 2018 में यह कॉमन वेल्थ गेम्स 4 अप्रैल से शुरू हुए और 15 अप्रैल तक चलेंगे. इस खेल में पुरुष वर्ग में 115 और महिला वर्ग में कुल 105 खिलाडी इस दौरान विभिन्न खेलों में हिस्सा लेंगे और इंडिया का प्रतिनिधित्व करेंगे. साल 2014 में हुए कॉमन वेल्थ गेम में इंडिया ने कुल 15 गोल्ड, 30 सिल्वर और 19 कस्य पदक जीते थे. इस वर्ष भी इंडिया को अपने खिलाड़ियों से बहुत उम्मीदे है, दर्शक आस लगाये बैठे है कि वे विभिन्न मैडल जीत देश का नाम रोशन करेंगे.

मीराबाई अवॉर्ड्स (Mirabai Chanu Awards)
- वर्ष 2018 में मीराबाई को भारत सरकार द्वारा पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया.
- वर्ष 2018 में ही इन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा भारत का सर्वोच्च खेल अवॉर्ड राजीव गांधी खेल रत्न प्रदान किया गया है.
